Monday, April 22, 2019

प्रताप साहित्यालंकार की कहानी : कसौटी

"जीजी, अब तुम्हारी पूजा-अर्चना सफल होती-सी दीख रही है।" रेखा ने आरती को आते देख कहा और मुसकरा पड़ी।
"तुम्हें तो हमेशा मजाक ही सूझता है।" आरती ने अन्यमनस्कता दिखलाई।
आरती मंदिर से पूजा कर लौट रही थी।.....
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